सिकर के खटू श्याम मंदिर में गरास के लिए मासिक प्रदर्शनी में आक्रमण हुआ। जहां तीन उपासकों की मृत्यु हो गई। आक्रमण में 12 से अधिक लोग घायल हो गए। जिसमें महिलाएं और बच्चे शामिल हैं।
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, सुबह चार बजे खटू श्याम में आक्रमण हुआ। मंदिर बोर्ड बंद है। इस बीच, भीड़ नियंत्रण से बाहर हो गई और लोग धक्का देने लगे। इस दौरान कई महिलाएं और उपासक गिर गए। जो जाग नहीं सकता। मंदिर समिति के स्थान और गार्ड पर मौजूद पुलिस कर्मियों ने जल्दी से व्यवस्था को संभाला। पुलिस कर्मियों ने स्वीकार किया कि वे अस्पताल में घायल हो गए थे।
मंदिर प्रशासन पर उठ रहे सवाल
हादसे को लेकर मंदिर प्रशासन को लेकर भी सवाल उठ रहे हैं। सांसद सुमेधानंद सरस्वती ने भगदड़ के लिए मंदिर कमेटी और प्रशासन को जिम्मेदार बताया है। उन्होंने कहा कि जब लाखों लोग आते हैं तो क्यों तैयारियों के पुख्ता इंतजाम नहीं किए गए। सांसद ने कहा है कि मंदिर में डिप्टी लेवल के अधिकारी की ड्यूटी होनी चाहिए।
सांसद और विधायकों का मानना है कि मंदिर कमेटी के लोगों का सिर्फ वीआईपी कल्चर में ही यकीन है। मंदिर कमेटी सिर्फ वीआईपी के साथ फोटो खिंचवाने के लिए ही बाहर आती है। इसलिए एक बार फिर मंदिर को सरकारी व्यवस्था में देने की बात कही जा रही है।